Menu
blogid : 1648 postid : 79

सपा की सत्ता वापसी का सच….

जावेदनामा
जावेदनामा
  • 15 Posts
  • 537 Comments

akhilesh_yadav_20111212उत्तर प्रदेश के चुनाव में समाजवादी पार्टी की एतिहासिक जीत पर हर कोई ये मान रहा है की अखिलेश यादव का जादू चल गया…कुछ ये भी कह रहे हैं की बाबा रामदेव और अन्ना हजारे के आन्दोलन का असर पड़ा है….पर मैं जो कहने जा रहा हूँ…मुझे पता है की ये मेरी बात शायद कुछ लोगों को हज़म ना हो…खास कर मीडिया को..
मुझे लगता है की ये इस देश का ही बहुत बड़ा दुर्भाग्य है की आज मीडिया बिना ज्ञान के कुछ भी शगूफा छोड़ती रहती है….जो लोग ये कहते हैं की अखिलेश का जादू चल गया…उन्हें कितना ज्ञान है उत्तर प्रदेश की राजनीती का? अगर उत्तर प्रदेश का इतिहास देखें तो वहाँ कभी भी विकास के मुद्दे पर वोट नही पड़ते…वहाँ जज़्बात मे बह कर वोट डाले जाते हैं और यही वजह है की आज तक विकास को तरस रहा है उत्तर प्रदेश…
उत्तर प्रदेश में जब भी सत्ता परिवर्तन हुआ है…उसकी सिर्फ़ एक ही वजह होती है…लोग एक सरकार से ऊब जाते हैं और दूसरे किसी को बिठा देते है…भाजपा सपा या बसपा . इसी वजह से उत्तर प्रदेश के इतिहास में पहले भी सत्ता हासिल कर चुके हैं….
इस चुनाव में लोगों को मायावती से निजाद चाहिए था…जैसा की पिछली बार सपा कार्यकर्ताओं की गुंडा गार्दी से निजाद पाने के लिए लोगों ने बिना सोचे समझे माया वाली हो सत्ता पर बिठा दिया था… और कहने को ये हुआ की मायावती का ब्राहमनवाद काम कर गया…मीडिया ने इस बात को खूब भुनाया….पर सच तो ये है की सिर्फ़ सपा से निजाद पाने के लिए बसपा को हाथों हाथ ले लिया था…
इस बार मायावती की मूर्तिया मायावती को खा गई… केन्द्र ने सरेआम चर्चा किया की हमने उत्तर प्रदेश के विकास के लिए पैसे भेजे थे और मायावती ने उसके बदले में मूर्तिया लगवाने का काम किया…दूसरी बात ये की सपा की राह पर बसपा के कार्यकर्ता भी चल पड़े थे और उन्होने जी भर के उत्पात मचाया…जिसकी वजह से उत्तर प्रदेश में चुनाव के 3 साल पहले ही ये व्यार बह चुकी थी की मायावती का पैकअप कर दो….
लोगों के सामने सपा के अलावा कोई विकल्प नही था…भाजपा को साम्प्रदायिक पार्टी की वजह से हर कोई पसंद नही करता…कांग्रेस की जड़ें ही ख़त्म हो चुकी है उत्तर प्रदेश में…और चौथा कोई विकल्प ही नही था इस लिए लोगों ने सपा को सर आँखों पर बिता कर एक मत से वोट किया…..
कुछ मीडिया वाले कहते हैं की अन्ना हजारे और बाबा रामदेव के आन्दोलन का असर पड़ा…इस बात में दम इस लिए नही है क्यूकी उसका असर पड़ता तो सिर्फ़ कांग्रेस पर…ना की भाजपा पर…वहाँ भाजपा बुरी तरह पराजित हुई है…जब की कांग्रेस का विकास ही हुआ है….
और अन्ना हजारे की मुहिम का सब से बड़ा विरोध तो मुलायम ने किया था..अगर अन्ना का असर होता तो मुलायम को कोई भला क्यू चुनता….
ऐसा मुझे लगता है की उत्तर प्रदेश में ना तो अखिलेश का जादू चला ना मुलायम का… बस लोगों को मायावती . चाहिए थी…सो सपा को गले लगा लिया…

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh